यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (upsc)  यह हमारे देश का जाना माना और one of the toughest exam हैं। इस परीक्षा में सफल होना देश के किंतने ही युवकों का सपना होगा।l
                यूपीएससी की यह परीक्षा तीन भागों में ली जाती है पहला पड़ाव है प्रीलिम्स ,दूसरा है मुख्य परीक्षा, तीसरा और आखिरी पड़ाव होता है पर्सनैल्टी टेस्ट (interview).
                यूपीएससी पास कर के आईएएस, आईपीएस, और कई उच्च पदों पर जाने के सपने को पूरा करने के लिए देश भर के सभी छात्र २०२१ कि यूपीएससी में उन्हें एक और मौका देने कि मांग कर रहे है।
               २०२० में यूपीएससी की प्रीलिम्स की परीक्षा मई महीने के बजाय अक्टूबर में ली गई थी। जिन छात्रों को २०२० में last attempt था उन्होंने सुप्रीमकोर्ट में याचिका दाखिल कि थी कि कोरोना महामारी के  के चलते वह परीक्षा नहीं दे सके या फिर उनका permissible attempt ख़तम हो चुका है ऐसे छत्राओं को २०२१ में फिर से परीक्षा के लिए बैठने कि अनुमति दी जाए, फरवरी में केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि attempt  में छूट दी जाए।
           

   परिक्षार्थीओ ने twitter के माध्यम से अपनी मांग सरकार के सामने रखी हैं.


इस link से आप कुछ tweet देख सकते है|👇

https://twitter.com/Sheelam777/status/1393474395973120001?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1393474395973120001%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fd-22255728433871894376.ampproject.net%2F2104302228000%2Fframe.html 

अब फिर २०२१ परीक्षा नजदीक आते ही फिर से छत्रो कि मांग ने जोर पकड़ा है, हालाकि २०२१ में सिर्फ उन्हीं छात्रों को मौका दिया जाएगा जो अपनी permissible attempt limit (६ attempt) पूरी कर चुके है, बाकी छत्रों के attempt पहले कि तरह ही गिने जाएंगे,
२०२० में ०.९४% लोगों का 2020 अंतिम अवसर था
Last attempt वाले छात्र काफी दुविधा में है, कि उन्हें उनका सपना साकार करने का अवसर मिलेगा कि नही |